करती हूँ तुम्हारी भक्ति, स्वीकार करो माँ!
करती हूँ तुम्हारी भक्ती तर्ज—करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं…… करती हूँ तुम्हारी भक्ती, स्वीकार करो माँ। आये हैं तुम्हारे दर पे, भव से पार करो माँ।। ओ पूज्य माता, ओ ज्ञान की दाता।। टेक.।। ज्ञानमती तेरा नाम है, तू ज्ञान पुजारन। बन जाओ इस जीवन की, तुम तरन और तारण।। कष्ट करो निवारण,…