तू पूनो का चन्दा, और मैं मावस की रात!
चन्दनामती- तू पूनो का चन्दा तर्ज-सावन का महीना………. चन्दनामती– तू पूनो का चन्दा और मैं मावस की रात , बोलो माता मेरा तेरा, हो गया कैसे साथ।।१।। श्री ज्ञानमती माताजी – मैंने तुझे चखाया, ज्ञानामृत का जो स्वाद। इसीलिए तो मेरी तेरी, जल्दी बन गई कैसे बात।।२।। चन्दनामती – जीवन के…