उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म भजन
भजन-१० उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म तर्ज—दीदी तेरा देवर…… ब्रह्मचर्य व्रत को निभाना, हे नाथ! कठिन है इसे पाना। झुकता उसके आगे जमाना, हे नाथ! कठिन है इसे पाना।।टेक.।। जो विषयों का त्यागी, है आत्मा का रागी, वही ब्रह्मचर्य सहित है विरागी। महासाधुगण की, निधी यह धरोहर, वही इसके बल पर बने वीतरागी।। उनको जग ने…