पर्व आया, प्रेम भर लाया, धरम पथ भाया
पर्व आया, प्रेम भर लाया, धरम पथ भाया तर्ज—फिरकी वाली…… पर्व आया, प्रेम भर लाया, धरम पथ भाया, कथा विख्यात है, रक्षाबंधन सभी को याद है।।टेक.।। जन्मभूमि में विष्णुमुनी ने, निज वात्सल्य दिखाया था। सप्तशतक मुनियों की रक्षा, कर कर्तव्य निभाया था।। हस्तिनापुर की, धरती तब, उपसर्ग से कांप रही…