आज दीवाली आई है!
आज दीवाली आई है तर्ज—चाँद मेरे आ जा रे…… आज दीवाली आई है, सारे जहाँ ने दीपक जलाकर खुशियाँ मनाई हैं।। आज……।। टेक.।। कार्तिक कृष्णा मावस को पावापुरि के उपवन में। निर्वाण धाम को पाया, महावीर वीर प्रभुवर ने।। आज दीवाली आई है।।१।। पच्चिस सौ वर्षों से वह, सरवर भी लहर रहा है।…