वन्दन बारम्बार है!
वन्दन बारम्बार तर्ज—मेरा नम्र प्रणाम है……………………… वन्दन बारम्बार है, षट्खण्डागम ग्रन्थराज को, वन्दन बारम्बार है। श्री सिद्धान्त सुचिन्तामणि, टीका जिसमें साकार है।। षट्खण्डागम……।। टेक.।। वीरप्रभू के शासन का, सबसे पहला यह ग्रन्थ है। लिखने वाले पुष्पदन्त, अरु भूतबली निग्र्रन्थ हैं।। श्रीधरसेनाचार्य से जिनको, मिला ज्ञान भण्डार है। षट्खण्डागम ग्रन्थराज को, वन्दन बारम्बार…