41. गंधर्व जिनालय पूजा
पूजा नं.-41 गंधर्व जिनालय पूजा अथ स्थापन-गीता छंद गंधर्व व्यंतर देव के, संख्या बिना आवास हैं। उनमें असंख्ये जिनभवन शाश्वत मणीमय ख्यात हैं।। इन सब जिनालय जैन प्रतिमा को नमूँ नित भाव से। आह्वानन कर पूजूँ यहाँ मन में मुदित को चाव से।। ॐ ह्रीं गंधर्वव्यंतरदेवभवनभवनपुरआवासस्थितसंख्यातीतजिनालयजिनबिम्ब समूह! अत्र अवतर-अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं गंधर्वव्यंतरदेवभवनभवनपुरआवासस्थितसंख्यातीतजिनालयजिनबिम्ब समूह!…