01 अथ स्थापना(पूजा नं.1) श्री सिद्ध परमेष्ठी पूजा
अथ स्थापना(पूजा नं.1) श्री सिद्ध परमेष्ठी पूजा —शंभु छन्द: (चाल—श्रीपति जिनवर) सिद्धी के स्वामी सिद्धचक्र, सब जन को सिद्धी देते हैं। साधक आराधक भव्यों के, भव-भव के दु:ख हर लेते हैं।। निज शुद्धात्मा के अनुरागी, साधूजन उनको ध्याते हैं। स्वात्मैक सहज आनंद मगन, होकर वे शिव सुख पाते हैं।।१।। —दोहा— सिद्धों का नित वास है,…