02.58 पूजा नं.-58 पूर्व पुष्करार्ध नवदेवता पूजा
पूजा नं.-58 पूर्व पुष्करार्ध नवदेवता पूजा अथ स्थापन-नरेन्द्र छंद पूरब पुष्कर द्वीप अर्घ में, कर्मभूमि चौंतिस हैं। एक भरत इक ऐरावत है देश विदेह बत्तिस हैं।। अर्हत्सिद्धाचार्य उपाध्याय साधु परमगुरु माने। जिनवृष श्रुत जिनबिंब जिनालय पूजत भवदुख हाने।। ॐ ह्रीं पूर्वपुष्करार्धद्वीपसंबंधिचतुिंस्त्रशत्कर्मभूमिस्थित अर्हत्सिद्धाचार्योपाध्याय-सर्वसाधुजिनधर्मजिनागमजिनचैत्यालय समूह! अत्र अवतर-अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं पूर्वपुष्करार्धद्वीपसंबंधिचतुिंस्त्रशत्कर्मभूमिस्थित अर्हत्सिद्धाचार्योपाध्याय-सर्वसाधुजिनधर्मजिनागमजिनचैत्यालय समूह! अत्र तिष्ठ तिष्ठ…