अमृतसेन (आचार्य)!
अमृतसेन (आचार्य) Name of a saint, the disciple of Acharya Shri Subalsagar Maharaj. आचार्य श्री सुबलसागर महाराज के शिष्य(ई.श.२०-२१) । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अमृतसेन (आचार्य) Name of a saint, the disciple of Acharya Shri Subalsagar Maharaj. आचार्य श्री सुबलसागर महाराज के शिष्य(ई.श.२०-२१) । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अभियोगी भावना Desire of performing miracles (by saints). साधु द्वारा रसादिक ऋद्धि में आसक्त होकर अभियोगी होकर तंत्र,मंत्र,भूतकर्म व हास्य से आश्चर्य उत्पन्न करने की भावना [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अप् कायिक जीव Water bodied beings (one sensed). जल शरीर को धारण करने वाले जलकायिक एकेन्द्रिय जीव ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अपायविचय Cogitational meditation on worldly troubles. धर्मध्यान के ४ भेदों में एक ;अपने व अन्य जीवों के कर्मों का नाश कैसे हो ऐसा विचार करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अभिलाप्य Affirmable matter. प्रज्ञापनीय-कथन करने योग्य पदार्थ [[श्रेणी:शब्दकोष]]
उत्तम मार्दव धर्म- एक रूपक (‘‘विद्या ददाति विनयं’’) लेखिका – आर्यिका चंदनामती माताजी मंच पर सूत्रधार प्रवेश करके कहता है— प्यारे भाईयों एवं बहनों! मार्दव धर्म मृदुता से उत्पन्न होता है । मान कषाय के साथ इस धर्म की पूर्ण शत्रुता है । ज्यों-ज्यों आपके हृदय से अहंकार नष्ट होता जाएगा त्यों-त्यों इस गुण का…
अमृत Nectar; name of a dominion of Chakravarti. चक्रवर्ती की ४९ विभूतियों में ‘पेय पदार्थ का नाम’। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अपादान कारक Ablative case. षटकारकों में पञ्चमविभक्तिरूप कारक।[[श्रेणी:शब्दकोष]]