अभियोग(देव)!
अभियोग(देव) The serving deities. जो देव दास कर्म ,वाहनादि बन्ने का काम करते हैं [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अभियोग(देव) The serving deities. जो देव दास कर्म ,वाहनादि बन्ने का काम करते हैं [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अमितसेन A disciple of ‘Acharya Jaisenji’. आचार्य जयसेन के शिष्य (ई.७४३-७९३) । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अपाय Misfortune or calamity, destroying the path of liberation. नाश-स्वर्ग व मोक्ष की क्रियाओं का विनाश करने वाली प्रवृत्ति ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अमूढ़दृष्टि Auspicious articles. सम्यग्दर्शन का चौथा अंग-मूढता उअया मूर्खता के किसी कुदेव,कुधर्म,कुशास्त्र में श्रद्धा न लाना । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अपादान शक्ति Power of self stability. उत्पाद व्यय से आलिंगित भाव का नाश होने से हानि को प्राप्त न होने वाली धुवत्वमयी अपादान शक्ति है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अमृतकुम्भ Nectar pitcher, Real state of self evidence. अमृत से भरा कलश ,समयसार के अनुसार जो प्रतिक्रमण आदि के विकल्पों से रहित तीसरी भूमिका है वह स्वयं साक्षात् अमृतकुम्भ है । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अभिलाप Affirming of expounded subject. प्रतिपाद्य विषय का प्रतिपादन करना [[श्रेणी:शब्दकोष]]