02.28 पूजा नं.-28 पूर्व धातकीखण्ड द्वीप भरतक्षेत्र भूतकालीन तीर्थंकर पूजा
पूजा नं.-28 पूर्व धातकीखण्ड द्वीप भरतक्षेत्र भूतकालीन तीर्थंकर पूजा अथ स्थापना-गीता छंद श्री विजयमेरू दक्षिणी दिश, भरतक्षेत्र सुहावना। चौबीस तीर्थंकर अतीते, काल के गुण गावना।। सुर असुर मुकुटों को झुकाकर, अर्चते हैं भाव से। मैं भी यहाँ कर थापना, पूजूँ उन्हें अति चाव से।।१।। ॐ ह्रीं पूर्वधातकीखंडद्वीपसंबंधिभरतक्षेत्रस्थभूतकालीनचतुा\वशतितीर्थंकरसमूह! अत्र अवतर-अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं पूर्वधातकीखंडद्वीपसंबंधिभरतक्षेत्रस्थभूतकालीनचतुा\वशतितीर्थंकरसमूह! अत्र…