अपूर्व स्पर्धक!
अपूर्व स्पर्धक Unprecedented fruitful karmic matters. कर्म परमाणुओं के समूहरूप स्पर्द्धक जिनको अनिवृत्तिकरण परिणामों से अपूर्वरूप कर दिया जाए ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अपूर्व स्पर्धक Unprecedented fruitful karmic matters. कर्म परमाणुओं के समूहरूप स्पर्द्धक जिनको अनिवृत्तिकरण परिणामों से अपूर्वरूप कर दिया जाए ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अपकर्षण (करण) Decrease in earned karmas. सम्यग्दर्शन,ज्ञान,चारित्र के कारन पूर्वोपजाति कर्मों की स्थिति व अनुभाग कम हो जाना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अनुभाग काण्डक Energy splitting (of karmas). खंडन-अंतर्मुहूर्त तक जो अप्रशस्त कर्मों के अनुभाग का प्रतिसमय अनतन्गुणा घटना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अपराजित Invincible, Name of a demigod, A planet, A type of heavenly deities & Anuttar Viman, A summit of Ruchak mountain, Name of the cities in the north and south of Vijayardha mountain, Name of the doors of Samavasarana and Jambudwip. जो पराजित न किया जा सके अथवा जिसे जीता न जा सके.एक यक्ष,एक गृह.कल्पातीत…
अनुभय मनोयोग Vibration in soul points through neutral (neither true nor false) mind. चित्त या स्वभाव की स्थिरता(जो न सत्य हो न असत्य हो ) ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
”अन्वयिनिक” Dowry. विवाह में लड़की एवं जमाता (दामाद )को दिया जाने वाला दहेज।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
रक्षाबंधन लेखिका – गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी 1 – श्री अंकपनाचार्यादि ७०० मुनियों का उज्जयिनी में प्रवास दिगंबर गुरू श्री अकंपन आचार्य महाराज शहर और ग्रामों में विहार करते हुये उज्जयिनी नगरीके उद्यान में जाकर ठहर जाते है। उनके साथ सात सौ मुनियों का विषाल संघ है। इतने बडे़ संघ के अधिनायक आचार्य अपने निमित्तज्ञान…
अन्यवश Adultry, Dissoluteness. निश्चय धर्मं व शुक्लध्यान को न जानने के कारण परद्रव्य में परिणत होने के कारण अन्यवश कहा है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अनुदीर्णोपशामना Synonym of Akaranopshamana (a type of subsidence of karmas). अकरणोपशामना का दूसरा नाम अनुदीर्णोपशामना है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]