10.14 अन्तिम श्रुतकेवली श्री भद्रबाहु मुनिराज की कथा
अन्तिम श्रुतकेवली श्री भद्रबाहु मुनिराज की कथा संसार का कल्याण करने वाले और देवों द्वारा नमस्कार किये गये श्रीजिनेन्द्र भगवान् को नमस्कार कर पंचम श्रुतकेवली श्रीभद्रबाहु मुनिराज की कथा लिखी जाती है, जो कथा सबका हित करने वाली है। पुण्ड्रवर्द्धन देश के कोटीपुर नामक नगर के राजा पद्मरथ के समय में वहाँ सोमशर्मा नाम का…