भजन
भजन…… रचयित्री-आर्यिका चंदनामती तर्ज—देख तेरे संसार की हालत…….. ऋषभदेव के पुत्र भरत का भारत देश महान, जय जय भरत सिद्ध भगवान।।टेक.।। यशस्वती माता के नन्दन। आदिनाथ सुत भरत को वन्दन।। प्रथम चक्रवर्ती भरतेश्वर का था त्याग महान, जय जय भरत सिद्ध भगवान।।१।। छह खंडों की वसुधा जीती। आत्मदृष्टि फिर भी थी भरत की।। तभी उन्हें…