नवदेवता विधान आरती
नवदेवता विधान आरती ॐ जय नवदेव प्रभो, स्वामी जय नवदेव प्रभो। शरण तुम्हारी आए, आरति हेतु प्रभो।। ॐ जय.।। श्री अरिहंत जिनेश्वर, प्रथम देव माने। स्वामी प्रथम........ दूजे देव कहाते, सिद्धशिला स्वामी।। ॐ जय.....।।१।। चउसंघ नायक सूरी, तृतिय देवता हैं। स्वामी तृतिय...... चौथे देव कहाए, उपाध्याय मुनि हैं।। ॐ जय.......।।२।। सर्वसाधु हैं पंचम, श्री जिनधर्म...