आत्म-तत्व
आत्म-तत्व द्वारा -आर्यिका सुदृष्टिमति माताजी प्र. २४३ आत्मा का सच्चा हित क्या है? और क्यों? उत्तर: आत्मा का यथार्थ हित स्वात्मानुभव की प्राप्ति करके आत्मानंद का विकास करना है और धीरे- धीरे बंधनों से मुक्त होकर परमात्म पद पाना है। इस वैराग्यमय कार्य में जितने भी राग (अनुराग) के कारण हैं, वे सब बाधक हैं।…