सपर्या!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सपर्या – Sparyaa. Ritual activity. योग, यज्ञ, पूजा, सपर्या, इज्जा, क्रतु, अध्वर, मख, मह यह सब पूजा के पर्यायवाची नाम है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सपर्या – Sparyaa. Ritual activity. योग, यज्ञ, पूजा, सपर्या, इज्जा, क्रतु, अध्वर, मख, मह यह सब पूजा के पर्यायवाची नाम है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सचित्त निक्षेप – Sachitta Nikshepa. Food offering on green leaves, an infraction of vow of hospitality. हरे पत्तों पर रखकर आहार देना; अतिथिसंविभाग व्रत का एक अतिचार “
गुणोत्तरश्रेणी Geometrical progression. एक गणितीय श्रेणी ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सकल-जिन – Sakala-Jina. The supreme one, destroyer of all 4 karmas. जो घातिया कर्मों का क्षय कर चुके हैं, ऐसे सशरीरी सकल परमात्मा अर्थात् अरिहंत भगवान “
गोलाचार्य Name of an Acharya. नंदिसंघ देशीयगण के एक आचार्य ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मंदिर: Temple, Name of a city in the north of Vijayardh mountain, Name of a chief disciple of Lord Vasupujya, Name of a summit situated at Ruchak mountain. जिनालय, विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर, वासु पूज्य भगवान के मुख्य गणधर का नाम, रुचक पर्वत पर स्थित एक कूट का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रविनंदी – शट्खण्ड आगम के ज्ञाता, बप्पदेव के षिक्षा गूरू एक आचार्य। Ravinandi-Name of an acharya
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वितत – Vitata.: Expanded or extented tone (of musical instrument etc.). एक प्रकार का प्रायोगिक शब्द,सितार आदि के शब्द को वितत कहते हैं “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मंत्र: Mystic verses or texts. जो गुप्त रूप से बोले जाते हैं उन्हें मंत्र कहते हैं ” ‘मत्री’ धातु से गुप्त भाषण के अर्थ में मंत्र शब्द बना हैं जो एक अक्षर से लेकर अनेकों अक्षरों तक होते हैं, जैसे – ‘ॐ’ , अर्हं , असिआउसा आदि “