उद्धभाषण!
उद्धभाषण True speech. सत्यव्रत की 5 भावनाओं में एक भावना-आगमानुकूल वचन बोलना, इसे अनुवीचिभाषण भी कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उद्धभाषण True speech. सत्यव्रत की 5 भावनाओं में एक भावना-आगमानुकूल वचन बोलना, इसे अनुवीचिभाषण भी कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
इंद्रियज सुख Sensual pleasure. इन्द्रियों के द्वारा उनके विषय भोगने को इन्द्रियज सुख कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संयमोपकरण – Sanyamopakarana. Restraint indicating article (Pichchhi) possessed by Digambar jaina saint. It is made by peacock- feathers which are turned down naturally while dancing of peacock. जैन साधु के योग्य संयम का पालन करने में सहायक पिच्छिका को संयमोपकरण कहते हैं ” यह प्राकर्तिक रूप से गिरे हुए मोर के पंखों से बनायी…
उज्जैनी Present Ujjain city. where one of the 5 special names (Ativeer) of Lord Mahavira was given by a Rudra. प्राचीन मालवा देश की राजधानी वर्तमान उज्जैन। यहाँ के श्मशान में ध्यानलीन भगवान महावीर के ऊपर रूद्र ने उपसर्ग किया था पुनः इन्हें अविचल देखकर चरणों में नत हो महतिमहावीर (अतिवीर) नाम प्रदान किया था…
उच्छेदवाद Nihilism, Annihilationism. शुन्यवाद मूलोच्छेदन अथवा उखाड़ देना आदि का सिद्धान्त।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ईसवी संवत् The Christian era. यह ईसामसीह के स्वर्गवास के बाद यूरोंप में प्रचलित हुआ, इसकी स्थापना वीर निर्माण के 527 वर्ष और विक्रम संवत् से 57 वर्श पश्चात् हुई है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
इंद्रक Middle aboding places (Viman) of heaven & middle dwelling places (Bill) of hell. पटल इंद्रक का अर्थ अन्तर्भूमि है स्वर्गो में मध्य के विमान एंव नरकों के बिल।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आराम Hermitage. साधुओं के लिए रहने योग्य विविक्त (एकांत) स्थान का नाम।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीनंदि – Shreenandi. The disciple of Sakalchandra of Nandi group. नंदिसंघ देशीयगण में सकलचन्द्र के शिष्य तथा नयनंदि के गुरु ” आपके लिए ही पद्मनंदि ने जम्बूद्वीप पण्णति लिखी थी ” अपरनाम रामनंदि, समय- ई. 968-1023 “