निर्माणरज!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्माणरज – Nirmaanaraja A heavenly deity (Laukantik Deva). एक लौकान्तिक देव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्माणरज – Nirmaanaraja A heavenly deity (Laukantik Deva). एक लौकान्तिक देव “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वृषध्वज–Vrsadhvaja. One of the 1008 titles of Lord Jinendra जिनेन्द्र भगवन के १००८ नामों में एक नाम , धर्मध्वज को फहराने वाले “
आहवनीय A sacred fire in which funeral ceremony of Gandhars is performed. अग्नि वह अग्नि जिसमें गणधरों के शरीर का अग्नि संस्कार किया जाता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्धन – Nirdhana. Pauper, poor, needy. ग़रीब, धनहीन व्यक्ति “
द्विजपति The best one (i.e. sacramented one), Name of a poet. श्रेष्ठ, संस्कार युक्त चंगदेव की पीढ़ी में उत्पन्न एक कवि का नाम।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्य करण – Bahya Karana. External cause causing certainty for the comple-tion of any work. कार्य सिध्द में साधकतम बाह्य निमित जिसके होने पर कार्य की सिध्द निशिचत होती है “
द्वादश संयम 12 types of restraints. 12 प्रकार का संयम पांच इन्द्रिय व मन को वश में रखना एंव पृथ्वी आदि छःकाय के जीवों की रक्षा करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
उत्पन्न स्थान सत्तव Reforming of Karmas by reducing Karmic Sthiti. पूर्व पर्याय में जो उद्वेलना व बिना उद्वेलना से सत्तव हुआ है उसका उत्तर पर्याय में उत्पन्न होना। वहाँ उत्तर पर्याय में उस सत्तव को उत्पन्न स्थान में सत्तव कहा है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरास्रव – Niraasrava. Devoid of attachments, ill-feelings etc. सम्यग्दृष्टि जीव अर्थात् राग, द्वेष और मोह से रहित होना निरास्रव कहलाता है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेदत्रय –Vedatraya Triplet of gender (male, female & impotent) स्त्री, पुरुष, नपुंसक वेद “