दंड!
दंड Punishment . सजा । मन, वचन, कायरूप तीन प्रकार का दंड होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दंड Punishment . सजा । मन, वचन, कायरूप तीन प्रकार का दंड होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्विंध्या – Nirvindhyaa. A river of Bharat Kshetra Arya Khand (region). भरतक्षेत्र आर्यखण्ड की एक नदी “
आयोपाय A virtue of Acharya to get disclosed the faults of a Kshapak. क्षपक के दोषों को निकलवाने का एक गुण आचार्यों का एक गण।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वाण – Nirvaana. Libration, Salvation, Emancipation. मोक्ष; जन्म-मरण से मुक्ति प्राप्त कर शिव पद को धारण करना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विभक्ति – Vibhakti. Division, classification. विभाग करने को विभक्ति कहते है ” विभक्ति, भेद, प्रथग्भाव एकार्थवाची शब्द हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्माणरजस् – Nirmaanarajas. A heavenly deity (Laukantik Deva). एक लौकान्तिक देव “
दुर्भग नामकर्म प्रकृति A Karmic nature pertaining to unfortune (reg. awkward body). दुर्भाग्य से संबधित एक कर्म प्रकृति, जिसके उदय से बेडौल , कुरूप शरीर प्रापत होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आसादन Death of demoralized saints. ज्ञानवरणीय- दर्शनावरणीय कर्म के आस्रव का कारण जो ज्ञान का प्रकाश कर रहा है। तब शरीर या वचन से उसका निषेध करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]