दुःशासन!
दुःशासन The son of Dhritrashtra. धृतराष्ट्र का पुत्र, जिसने सती द्रौपदी का अपमान किया था।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दुःशासन The son of Dhritrashtra. धृतराष्ट्र का पुत्र, जिसने सती द्रौपदी का अपमान किया था।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चंद्राभ Name of the 11th Kulkar (ethical founder), A city in the south of Vijayardh mountain, A type of Laukantik deities, A king of Yadu descendant. ११वें कुलकर का नाम,विजयार्ध की दक्षिण श्रेणी का एक नगर, लौकान्तिक देवों की एक जाति , यदु (यादव) वंश का एक राजा ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
दिशा Direction (east, west etc.), Name of a planet. पूर्व, पश्चिम आदि दिशा, जयोतिष के 88 ग्रहों में 50 वां ग्रह।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चारित्रविनय Reverential conduct, Absorption in conduct with knowledge and faith. इन्द्रिय और कषायों के प्रणिधान या परिणाम का त्याग करना तथा गुप्ती समिति आदि चारित्र के अंगों का पालन करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चिलातपुत्र Name of an Anuttaropapadak in the era of Lord Mahavira. भगवान् वीर के तीर्थ के एक अनुत्तरोपपादक साधु।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
दारिका Prostitute. वेश्या – जो धन के लिए पुरूष का सेवन करती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चित्रविचित्र Variegated, A king of Kuru dynasty. रंग -बिरंगा , कुरुवंश का एक राजा ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
दश स्थान Ten specific places in body to concentrate the mind. शरीर में नेत्र युगल, दोनो कान, नासिका का अग्रभाग, ललाट, मुख, नाभि, मसतक, हृदय, तालु, भौहों का मध्य भाग ये दस स्थान हैं। इन स्थानों में से किसी एक पर चित्त एकाग्र करने से ध्यान की अवस्था प्राप्त होती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चंचत्(चंचु) Name of the 11th Patal (layer) of ‘Saudharm’ heaven. सुधर्मा स्वर्ग का ११वें पटल का नाम ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्तोत्र – Stotra. Spiritual and religion hymn.कविता के रुप मे किसी इष्ट देव का वर्णन करना। प्रषंसा स्तुति, स्तोत्र एकार्थवाची है। भिन्न-भिन्न आचार्यों ने अनेक स्तोत्र लिखे है।