विशेष उपयोग!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशेष उपयोग – Vishesha. Special consciousness. ज्ञानोपयोग या साकारोपयोग, जो सामान्य – विशेशात्म्क पदार्थो के आकार को ग्रहण करे अर्थात् ज्ञान पदार्थो को विशेष करके जानता है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशेष उपयोग – Vishesha. Special consciousness. ज्ञानोपयोग या साकारोपयोग, जो सामान्य – विशेशात्म्क पदार्थो के आकार को ग्रहण करे अर्थात् ज्ञान पदार्थो को विशेष करके जानता है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हृदय कमल – Hrdaya kamala. Heart, the place of meditation. ध्यान के आश्रयभूत 10 स्थानों मे एक स्थान। पदस्थ ध्यान मे उस बीजाक्षर की स्थापना हृदयकम मे की जाती है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमात्म भावना:See – Parama Advaita.देखें – परम अद्वैत ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विवर – Vivara. The opening, cracks, holes, The big holes in the bottom of Lavan ocean celled as patal (Lower world). दरार, छिद्र, अंतराल, स्थान, अवकाश, लवण, समुद्र की तली में स्थित बड़े –बड़े खड, जिन्हें पाताल भी कहते हैं “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हिमवान् (पर्वत) – Himavaan (Parvata). Name of the first Kulachal mountain among 6 of jambudvip (island). जम्बूद्वीप के 7 कुलाचलों मे प्रथम कुलाचल, इसकी ऊॅचाई 100 योजन हैं।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ब्रह्मचारी – Brahmacari. A celibate. ब्रह्मचर्य व्रत को परिपूर्ण रूप से पालन करने वाला “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हाहांग – Haahaamga. A large unit of time. काल का एक प्रमाण। 84 अमम त्र 1 हाहांग। अथवा। अंतिम काल मे 84 से गुणित होने पर प्राप्त संख्या।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावकाय – Bhava Kaya. Renouncement of bodily attachment. गुप्ती; कायगत ममता रूप परिणाम का त्याग करना भावकाय गुप्ती है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हर्षवर्धन – Harsavardhana. Name of a king of Bhoj dynasty. भोजवंशी राजा मुञज के पिता। समय ई. 940-994।
देवद्विज The supreme being, Lord Jinendra. जिनेन्द्र देव , स्वयं भू आदि परमदेव सम्बन्धी रत्नत्रय की शक्ति रूप संस्कार से जन्म लेने वाले। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]