नोगौण्य पद!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नोगौण्य पद – Nogounya Pada. Meaningless words, not in accordance with the relative qualities. जिन संज्ञाओं में गुणों के अपेक्षा न हो अर्थात् जो असार्थक नाम है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नोगौण्य पद – Nogounya Pada. Meaningless words, not in accordance with the relative qualities. जिन संज्ञाओं में गुणों के अपेक्षा न हो अर्थात् जो असार्थक नाम है “
तिर्यक् गत्यानुपूर्वी Subhuman (Tiryanch) life course succession. देखें – तिर्यग्गतिप्रायोग्यानुपूर्वी ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वध परिषहजय –Vadha Parishahajaya: To forbear the violent behaviour of other with equanimity (an affiction). अश्त्र – शस्त्र आदि के द्वारा घात किये जाने पर मारने वाले के प्रति साधु द्वारा आक्रोश न कर समता भाव से सहन करते रहना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नो इंद्रिय प्रणिधान – No Indriya Pranidhaan. Passionate volitions. क्रोध, मान, माया, लोभ, हास्य, रति, अरति, शोक, भय, जुगुप्सा, तथा तीनों वेड, एन के परिणाम “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यत्रतत्रानुपूर्वी–Yatratatranupurvi. At random exposition or accounting. आनुपूर्वी के 3 भेदो का एक भेद; क्रम के बिना जहां कही से भी कथन अथवा गणना करना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेस्यागमन –Vesyagamana. .frequenting prostitutes, adulterous conduct. सप्तव्यसनों में एक व्यसन, व्यभिचारिणी स्त्रियों के यहाँ आना – जाना, उनसे बातचीत, लेन – देन आदि करना ” सद्ग्रह्स्त के लिय यह सर्वथा त्याज्न्य हैं “
तिमिसगुहृा Name of a summit of Vijayardh mountain in Airavat Kshetra (region). ऐरावत क्षेत्र स्थित विजयार्थ के 9 कूटों में से तीसरा कूट। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वज्रमध्य व्रत – Vajramadhya Vrata A specified & procedural fasting. एक व्रत ;इसमें कुल 29 उपवास और 9 पारणाएं की जाती है ” विशेष विधि व्रत विधान संग्रह में देखें “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नेमिसागर (मुनि) – Nemisaagara (Muni). Name of a Digamber Jain Saint, the disciple of Charitra Chakravarti Acharya Shri sahntisagar ji Maharaj. चारित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शांतिसागर जी महाराज के प्रमुख 7 मुनि शिष्यों में से एक” इनकी प्रेरणा से गुरुदेव श्री शांतिसागर जी महाराज की स्मृति में मुंबई (महा.) की बोरिवली में पोदनपुर नाम…
तामिल वेद Name of a literature. एलाचर्य (अपरनाम कुंदकुंद) कृत कुरल काव्य का अपरनाम (तमिल देव)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]