मेघचन्द्र त्रैविघ!
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेघचन्द्र त्रैविघ–Meghachandra Traivigh. Name of Acharyas of Nandi group. नन्दिसंघ देशीयगण के आचार्यो का नाम” ज्वालामालिनी सारसमुच्च्य के रचियता आचार्य (समय–ई. 935–939)”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेघचन्द्र त्रैविघ–Meghachandra Traivigh. Name of Acharyas of Nandi group. नन्दिसंघ देशीयगण के आचार्यो का नाम” ज्वालामालिनी सारसमुच्च्य के रचियता आचार्य (समय–ई. 935–939)”
आत्मवश Self-controlled. जो परभाव को त्याग कर निर्भलस्वभाव वाले आत्मा को ध्याता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आम्र Mango, Name of the initiation-tree of Lord-Arahnath. फलों का राजा- आम, अरहनाथ भगवान के दीक्षा वृक्ष का नाम।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आभियोग्य (देव) Low status servying deities, who transform themselves into conveyances as horse, lion etc. देवों का एक पद जिस पद के धारक देव हाथी, घोडा, वाहन, आदि बन जाने का काम करते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
इभ Elephant, one of the 14 jewels of Chakravarti. हाथी चक्रवर्ती के 14 रत्नों में एक सजीव रत्न।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
देवसुंदर Name of a commentator of ‘Bhaktamar Stotra Tika’. भक्तामर स्त्रोत टीका के कर्ता ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आप्तमीमांसा A treatise written by ‘Acharya Samantabhadra’. तत्वार्थ सूत्र के मंगलाचरण पर आचार्य समन्तभद्र (ई.श.2) द्वारा रचित एक न्यायपूर्ण ग्रंथ (तर्क की कसौटी पर सर्वज्ञ देव को सच्चे देव सिद्ध करने का न्याय संबंधी उत्तम ग्रन्थ)। इसका दूसरा नाम देवागम स्तोत्र भी है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]