साम्य!
साम्य- Samya. Equanimity. मध्यस्थ, समता, उपेक्षा, वैराग्य, साम्य, निष्पृहता, परमषांति ये सब एकार्थवाची नाम है।
साम्य- Samya. Equanimity. मध्यस्थ, समता, उपेक्षा, वैराग्य, साम्य, निष्पृहता, परमषांति ये सब एकार्थवाची नाम है।
मालिकोद्वहन– Maalikodvahna. An infraction of meditative relaxation (taking help of something in standing). कायोत्सर्ग का एक अतिचार; मस्तक ऊपर करके किसी प्रद्हत का आश्रय लेकर खड़ा होना”
श्रावस्ती तीसरे तीर्थंकर भगवान संभवनाथ के गर्भ, जन्म, तप केवलज्ञान इन चार कल्याणकों से पवित्र श्रावस्ती तीर्थ उत्तर प्रदेश के बलरामपुर बहराईच रोड़ पर अवस्थित है। यह अयोध्या से 110 कि.मी. द तथा लखनऊ से 160 कि.मी. है।
सावद्य निवृत्ति – Savadya Nivrtti. To be devoid of all sinful activities. सामायिक का लक्षण, सर्व सावद्य योग की निवृत्ति होना । अर्थात जो सर्व सावद्य से विरत है, तीन गुप्ति वाला है उसकी सामायिक स्थायी है।
मिट्टीसम श्रोता– Mittisama Srota. A type of listener like wet soil. 14 प्रकार के श्रोताओ का एक भेद; मिट्टी के समान जो श्रोता शास्त्र सुनते समय कोमल परिणामी रहते है पर बाद मै कठोर हो जाते है”
सामान्य विषेशात्मक – Samanya Visesatmaka. Common matter with defferent forms. सर्व वस्तुएं सामान्य विषेशात्मक है। द्रव्य सामान्य है एवं पर्याय विषेश है।
मिथ्यात्व क्रिया– Mithyatv Kriya. Misbelief, Perverse attitude, False faith. आस्रव की 25 क्रियाओ में दूसरी क्रिया; मिथ्या देव शास्त्र गुरु की पूजा, स्तुति, भक्ति करना”
सिंदूर द्वीप सागर – Sinddura Dvipa Sagara. Name of an island & an ocean of middle universe. मध्य लोक का एक द्वीप व सागर ।
मिथ्या उपदेश– Mithya Updesh. False instruction to misguide others. अभ्युदय और मोक्ष की कारण भूत क्रियाओ में किसी दुसरे को विपरीत मार्ग से लेना देना या मिथ्या वचनों द्वारा दुसरो को ठगना”