विभाव गुण!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विभाव गुण – Vibhava Guna. Extrinsic qualities, contrary to real nature. जीव के मतिज्ञान आदि ४ ज्ञान एवं पुद्ग्ल के परमाणु द्रव्य के वर्णादि गुण को छोडकर द्रयअणु आदि स्कन्धों के विभाव गुण हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विभाव गुण – Vibhava Guna. Extrinsic qualities, contrary to real nature. जीव के मतिज्ञान आदि ४ ज्ञान एवं पुद्ग्ल के परमाणु द्रव्य के वर्णादि गुण को छोडकर द्रयअणु आदि स्कन्धों के विभाव गुण हैं “
उपपत्तिसमा Parity per logical ground. पक्ष व विपक्ष दोनों ही कारणों की वादी और प्रतिवादियों के यहाँ सिद्धि हो जाना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव संवर – Bhava Samvara. Psychic stoppage of Karmic flow. संसार की निमित्त भूत किृया की निव्रत्ती होना “
उपकरणार्जन Acquisition of means (articles). उपकरण को प्रापत करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विवृत योनि – Vivrta Yoni. Opened female genital organ. योनि के ९ भेदों में एक भेद; खुला हुआ उत्पत्तिस्थान “
एकीभावस्त्रोत्र A philosophical hymn written by Acharya Vadiraj. आचार्य वादिराज (ई. सन्. 1010-1065) कृत संस्कृत स्तोत्र जिसकी रचना करते हुए उनके शरीर का कुष्ठ रोग दूर हो गया था।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपचार नय See – Upacarita Asadbhýta Vyavahåra Naya. देखें-उपचरित असद्भूत व्यवहार नय।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
एकान्तभावात्मक Merely existent, Lonely. एकान्त भाव से सहित।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विमलवाहन – Vimalavahana. Name of the 7th kulkar and the 11th predes-tined Chakravarti. (emperor). सातवे कुलकर – मनु, इन्होंने जनता को हाथी – घोड़े आदि की सवारी का उपदेश दिया ” आगामी ११ वें चक्रवर्ती “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावपूजा – Bhavapuja. Subjective worshipping, Psychical worshipping. अर्हन्तादि के गुणों का चिन्तन करना “