दश धर्मध्यान!
दश धर्मध्यान Ten types of religious observances. अपाय विचय, उपाय विचय, विपाकविचय, विराग विचय, लोक विचय, भवविचय, जीव विचय, आज्ञा विचय , संस्थान विचय और संसार विचय ये 10 धर्मध्यान है (प्रतिक्रमण ग्रन्थत्रयी से)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दश धर्मध्यान Ten types of religious observances. अपाय विचय, उपाय विचय, विपाकविचय, विराग विचय, लोक विचय, भवविचय, जीव विचय, आज्ञा विचय , संस्थान विचय और संसार विचय ये 10 धर्मध्यान है (प्रतिक्रमण ग्रन्थत्रयी से)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] प्रकुर्वी – Prakurvi. Great Acharya having great patience in serving Kshapaks (saints at the stage of mortification I.e. Samadhi). क्षपक की सर्व प्रकार शुश्रूषा करते हुए अधिक परिश्रम पड़ने पर भी जो आचार्य खिन्न नहीं होते हैं, ऐसे आचार्य “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] भेदवाद:Principle of analysing something with its different properties. वस्तु को गुण, पर्याय, लक्षण आदि की अपेक्षा ग्रहण करना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावासन्न – Bhavasanna. Impure saint. जो साधु चारित्र से भ्रष्ट होकर सिध्द मार्ग की अनुयायी क्रियाएं करता है तथा असंयत जनों की सेवा करता है”
दत्ति कर्म Some religious duties of householders. गृहस्थों का कर्तव्य । चार तरह का दान देना। पात्रों को भक्ति से एंव दुखियों को दया से। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] भूमिस्पर्श:A type of fault related to saint food (touching the land by hands).साधु का आहार संबंधी एक अन्तराय; हाथसेभूमि को छूना।
फाहियान Name of a Chinese tourist who came to India and reside for the period of 402-405 AD. एक चीनी यात्री जो ई. 402 में भारत आया एंव 405 तक भारत में रहा। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
ऐश्वर्य मद Puff or pride of prosperity. 8 मदों में एक मद, धन सम्पत्ति आदि का घमंड।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
त्रिमूढता Three faults in right faith. सम्यग्दर्शन के 25 दोषों में 3 दोष । लोक मूढता, देवमूढता, गुरूमूढता । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूमिसंस्तर – Bhumisamstara. A suitable land base related to the Samadhi of a Jaina saint. संस्तर के ४ भेदों में एक भेद; जो जमीन मुदु नहीं है, जो छिद्र रहित, प्राणी रहित, प्रकाश युक्त, हो एवं क्षपक के देहप्रमाण और गुप्त हो “