रूजा!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूजा – वेदना रोग, पीडा संताप। Ruja-Illness, Infraction, Pain, Trouble
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूजा – वेदना रोग, पीडा संताप। Ruja-Illness, Infraction, Pain, Trouble
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुषमा काल – Sushamaa Kaala. Pleasant period of woridily cycle ( the 2nd of Avasarpini Kal & the 5th of Utsarpini Kal According to Jaina Philosoph) अवसर्पिणी के द्वितीय काल और उत्सर्पिणी के पंचम काल का नाम । इसमें मध्यम भाग भूमि रहती हैं एवं इसका समय 3 कोड़ाकोड़ी सागर का है। इस काल…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पावागिरि (तीर्थ) – Pavagiri (Tirtha). Name of a Jain place of pilgrimage near Una (dist. Khargon, M.P.). It is the salvation- place of Svarnabhadra etc. 4 Munis (saints). मध्यप्रदेश के जिला खरगौन में ऊन नामक स्थान से दो फलांग दूर स्थित एक सिध्दक्षेत्र. यहाँ से स्वर्णभद्र आदि चार मुनि निर्वाण को प्राप्त हुए हैं….
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूचकवर पर्वत – मध्य लोक के 13 द्वीप का कुण्डलाकार पर्वत इस पर कुल 44 कूट है पूर्वादि दिषा में 8 – 8 कूट हैं जिन पर दिक्कुमारी देवियां रहती है।जो भगवान की माता की सेवा में जन्म कल्याणक के समय आती है। अभ्यंतर भाग में चार सिद्ध कूट है। Rucakavara parvata-name of a…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वर्गणाशलाका – Varganaashalaakaa.: Counting of variforms in the group of variforms. Variform (Vargana) means aggregate grouping of Karmic Molecules. एक स्पर्धक की जो वर्गणाओं का प्रमाण है वह वर्गाणा शलाका है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पार्श्वपुराण – Parsvapurana. Name of books written by different Acharyas. पद्मकीर्ति (ई. ९४२), वादिराज (ई. १०२५) आदि कई आचार्यो द्वारा रचित इस नामक ग्रंथ हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव प्रत्याख्यान – Bhava Pratyakhyana. Internally renunciation of inauspicious deeds. अशुभ परिणामों का मैं त्याग करूंगा ऐसा संकल्प करना भाव प्रत्याख्यान है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वरचंद्र – Varachandra: Name of the 6th predestined Balbhadra,Name of the son of Lord Chandraprabh in His worldly life. आगामी छठा बलभद्र ,तीर्थंकर चन्द्रप्रभ का एक पुत्र .इसे राज्य सौंपकर ही वह दीक्षित हुए थे “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्याय – Nyaaya. Verdict or jisticce. क़ानून, इंसाफ, सच्चाई, निर्णय या जिसके द्वारा निश्चय किया जाये ऐसी नितिक्रिया का करना न्याय कहा जाता है”
उदय Rising (of Sun etc.), Fruition (of Karmas), Name of the 19th planet सूर्य का उदित होना द्रव्यो क्षेत्र काल भाव के अनुरूप कर्मों के फल का प्राप्तn होना ८८ ग्रहों में १९ वाँ ग्रह।[[श्रेणी:शब्दकोष]]