गंधोदक का महत्त्व
गंधोदक का महत्व श्रीमत् — पवित्र— मकलंक— मनन्त—कल्पम् , स्वायं भुवं सकल मंगल—मादि तीर्थम् ।नित्योत्सवं मणिमयं निलयं जिनानाम् , त्रैलोक्य — भूषण— महं शरणं प्रपद्ये।। क्या आपको मालूम है कि गंधोदक कहाँ , कैसे और क्यों लगाते हैं ? प्राय: प्रतिदिन की भाँति आँखों , मस्तक, गला, आदि पर गंधोदक लगाते हैं। लेकिन गंधोदक लगाते…