जंबूद्वीप के परकोटे का एवं जिनमंदिर का वर्णन!
जंबूद्वीप के परकोटे का एवं जिनमंदिर का वर्णन माणुसजगबहुमज्झे विक्खादो होदि जंबुदीओ त्ति। एक्कज्जोयणलक्खव्विक्खंभजुदो सरिसवट्टो१।।११।। जगदीविण्णासाइं भरहक्खिदी तम्मि कालभेदं च। हिमगिरिहेमवदा महहिमवंहरिवरिसणिसहद्दी।।१२।। विजओ विदेहणामो णीलगिरी रम्मवरिसरुम्मिगिरी। हेरण्णवदो विजओ सिहरी एरावदो त्ति वरिसो य।।१३।। एवं सोलसभेदा जंबूदीवम्मि अंतरहियारा। एण्हं ताण सरूवं वोच्छामो आणुपुव्वीए।।१४।। वेढेदि तस्स जगदी अट्ठं चिय जोयणाणि उत्तुंगा। दीवं तं मणिबंधस्सरिसं होदूण वडयणिहा।।१५।।। जो…