द्वादशकल्प व्रत (मुष्टि तंदुल व्रत)!
द्वादशकल्प व्रत(मुष्टि तंदुल व्रत) जैन परम्परा में तपश्चरण को कर्म-निर्जरा में प्रमुख कारण माना है, यही कारण है कि जैनसाधु एवं श्रावक विविध प्रकार के व्रतों का समय-समय पर अनुष्ठान करते हुए देखे जाते हैं। इन्हीं व्रतों में से महान फलदायी व्रत है-द्वादशकल्प व्रत अथवा मुष्टि तंदुल व्रत। इस व्रत को गृहस्थ श्रावक-श्राविकाएं ही करते…