समवसरण व्रत विधि!
समवसरण व्रत विधि(वृहत् समवसरण व्रत १७० हैं) ढाई द्वीप में १७० कर्मभूमियों में यदि एक साथ अधिकतम तीर्थंकर होवें तो १७० हो सकते हैं। एक साथ नहीं भी हों तो भी इन १७० कर्मभूमियों में तीर्थंकर होते रहते हैं। उन १७० कर्मभूमियों के तीर्थंकरों के १७० व्रत किये जाते हैं। इनमें तिथियों का कोई नियम…