रत्नावली व्रत!
रत्नावली व्रत इस व्रत में भी आश्विन शुक्ला तृतीया, पञ्चमी, अष्टमी तथा कार्तिक कृष्णा द्वितीया, पञ्चमी और अष्टमी इस प्रकार प्रत्येक महीने में छ: उपवास करने चाहिए। बारह महीनों में कुल ७२ उपवास उपर्युक्त तिथियों में ही करने होते हैं। यह द्वादश मासवाली रत्नावली है। सावधिक मासिक रत्नावली व्रत नहीं होता है। विवेचन- रत्नावली व्रत…