निर्वाण चतुर्दशी व्रत (शिवरात्रि व्रत)!
निर्वाण चतुर्दशी व्रत(शिवरात्रि व्रत) (जैनेन्द्र व्रत कथा संग्रह मराठी पुस्तक के आधार से) भगवान ऋषभदेव ने माघ कृ. १४ को कैलाशपर्वत से शिवपद अर्थात् मोक्षपद को प्राप्त किया है। इस तिथि को इसीलिए शिवरात्रि व्रत कहते हैं। व्रत विधि- माघ कृष्णा चतुर्दशी को उपवास करके जिनमंदिर में भगवान ऋषभदेव का महाभिषेक करके उनकी पूजा करें।…