तेरहद्वीप जिनालय व्रत (मध्यलोक जिनालय व्रत)!
तेरहद्वीप जिनालय व्रत(मध्यलोक जिनालय व्रत) इस व्रत में ४५८ उपवास या एकाशन करना है। इसमें तिथि का कोई नियम नहीं है। व्रत के दिन तेरहद्वीप के अकृत्रिम जिनमंदिर की पूजा करके प्रथम समुच्चय जाप्य करना, पुन: एक-एक मंत्र की जाप्य करना। ४५८ व्रतों में क्रम से एक-एक जाप्य करना है। यह मंत्र सर्व मनोरथों को…