अट्ठाईस मूलगुण व्रत!
अट्ठाईस मूलगुण व्रत व्रतविधि— साधु के २८ मूलगुणों के २८ व्रत किये जाते हैं। इन व्रतों में उपवास या एकाशन जैसी भी शक्ति हो, कर सकते हैं। समुच्चय मंत्र-ॐ ह्रीं सकलचारित्रलाभाय अष्टाविंशतिमूलगुणेभ्यो नम:। पृथक्-पृथक् व्रत के मंत्र— १. ॐ ह्रीं सकलचारित्रलाभाय अहिंसामहाव्रताय नम:। २. ॐ ह्रीं सकलचारित्रलाभाय सत्यमहाव्रताय नम:। ३. ॐ ह्रीं सकलचारित्रलाभाय अचौर्यमहाव्रताय नम:।…