मुकुटसप्तमी व्रत!
मुकुटसप्तमी व्रत का स्वरूप मुकुटसप्तमी तु श्रावणशुक्लसप्तम्येव ग्राह्या, नान्या तस्याम् आदिनाथस्य वा पाश्र्वनाथस्य मुनिसुव्रतस्य च पूजां विधाय कण्ठे मालारोप:। शीर्षमुकुटश्च कथितभागमे। मुकुट सप्तमी व्रत अर्थ—श्रावणशुक्ला सप्तमी को ही मुकुट सप्तमी कहा जाता है, अन्य किसी महीने की सप्तमी का नाम मुकुट सप्तमी नहीं है। इसमें आदिनाथ अथवा पाश्र्वनाथ और मुनिसुव्रतनाथ का पूजन कर जयमाला को…