उपदेश रूचि!
उपदेश रूचि Right belief generated by a sermon, preaching. उपदेश सम्यक्त्व- तीर्थंकर आदि महापुरूषों के जीवन चरित्र को सुनकर जो सम्यग्दर्शन होता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपदेश रूचि Right belief generated by a sermon, preaching. उपदेश सम्यक्त्व- तीर्थंकर आदि महापुरूषों के जीवन चरित्र को सुनकर जो सम्यग्दर्शन होता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गो अलीक Telling a lie for saving the life of cow. गाय की रक्षा के किए झूठ बोलना,ऐसा करने पर भी व्रती श्रावक सत्याणुव्रतधारी पर्वत की उत्तर श्रेणी का एक नगर ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
घोटकपाद An infraction of meditative relaxation (pertaining to feet). कायोत्सर्ग का एक अतिचार . जैसे घोड़ा अपना एक पांव अकड़ाकर या लंगड़ा करके खडा हो जाता है वैसे खडा होना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मघवान् – Maghavan.: Name of the 3rd Chakravarti (emperor), Name of a chief disciple of Lord Rishabhdev. वर्तमान भव में तृतीय चक्रवर्ती , भगवान ऋषभ देव के एक गण धर का नाम “
गुप्तिवान् One having self control or restraints in attach- ments, passions etc. योग निग्रक करने वाला अर्थात् तीन् गुप्ति वाला ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सपादलक्ष – Sapaadalaksa. Name of a country where pandit Ashdadhar was born at Mandalgarh city. एक देश जिसके माण्डलगढ़ नगर मे पं. आशाधर जी का जन्म (वि. सं. 1230 मे) हुआ था।
गुप्तिगुप्त Another name of Acharya Arhadvali. श्रुतावतार में कथित आचार्य अर्हद्वली का अपरनाम . समय-ई.३८-४८ ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गोवर्द्धन The 4th omniscient after Lord Mahavira. भगवान वीर के के पश्चात् हुए चौथे श्रुतकेवली ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मंदिर निर्माण कर्म – Mandira Nirmana Karma. A duty of householders to construct the temples. श्रावकों का एक कर्म ; मंदिर का निर्माण कर पंचकल्याणक आदि विधि से जिनेन्द्रप्रभु को विराजमान करना “