ऋषि!
ऋषि Name of the first Tirthankara (Jaina-Lord) Rishabhadev. ब्रह्मर्षि देवर्षि परमर्षि।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ऋषि Name of the first Tirthankara (Jaina-Lord) Rishabhadev. ब्रह्मर्षि देवर्षि परमर्षि।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साता – Saataa. Pleasure, bliss, merriment. सुख अर्थात् साता रुप आत्मा का परिणाम।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सागार – Saagaara. Householders, lay followers. गृहस्थ। गृह मे रहने वाले गृहस्थधर्म पालक। अर्थात् सकल परिग्रह सहित धर मे रहने वाले सागार कहलाते हेै।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विद्वेषण मंत्र – Vidvesana Mantra. Mystical verses for the use of causing mutual contradiction. वशीकरण, मारण, उच्चाटन आदि मन्त्रों में से परस्पर में विद्वेष कराने वाला एक मंत्र “
ऊर्ममालिनी Name of a river. पश्चिम विदेह के सीतोदा नदी के तट में तीसरी विभंगरा नदी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्वितीयावली A specified time period (related to Avali). उदयावली से ऊपर के आवली प्रमाण काल को द्वितीयावली या प्रत्यावली कहते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
उमा Mother’s name of the 18th Jaina-Lord ‘Mahabhadra’ of Videh Kshetra (a region). विदेह क्षेत्र में स्थित 18 वें तीर्थंकर महाभद्र की माता।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्विगु Numeral compound word. तत्पुरूष समास का एक भेद; जिसमें पूर्वापद संख्यावाचक होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हैरण्यवत् – Hairanyavat. Name of the summits of Ruchak & Shikhari mountains and of their deities. रुक्मि पर्वतस्थ एक कूट व उसका स्वामी देव, षिखरी पर्वतस्थ एक कूट व उसका स्वामी देव।