उभयद्रव्य!
उभयद्रव्य A substance common to both sides (in Purva and Apurva krishties). जो द्रव्य पूर्व व अपूर्व दोनों कृष्टियों को दिया उसे उभय द्रव्य कहते है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उभयद्रव्य A substance common to both sides (in Purva and Apurva krishties). जो द्रव्य पूर्व व अपूर्व दोनों कृष्टियों को दिया उसे उभय द्रव्य कहते है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
देशी नाममाला A Sanskrit dictionary. एक संस्कृत शब्द कोश।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सोमयश – Somayasha. The grandson of Lord Rishavhdev, the son of Lord Bahubali. भगवान वृषभदेव का पौत्र एवं बाहुबलि का पुत्र, सोमवंष अर्थात चन्द्रवंश की स्थापना इसी के नाम पर हुई थी ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संमूर्च्छिम तिर्यंच – Sammoorchchhima Tiryancha. Animals & planets etc. those caused birth by spontaneous generation (not by womb). गर्भ जन्म के अतिरिक्त संमूर्च्छिम जन्म से उत्पन्न होने वाले तिर्यंच “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वल्लभा – Vallabhaa.: Beloved woman (female divinity). प्रिय स्त्री (देवों की मुख्य देवी ) “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संमूर्च्छन मनुष्य – Sammoorchchhana Manushya. Human beings caused birth by spontaneous generation (not by womb). वीर्य, नाक का मल, कफ, कान, दांतों का मल और अत्यंत अपवित्र अंगों में जो जीव तत्काल उत्पन्न होते हैं एवं जिनका शरीर अंगुल के असंख्यात भाग का रहता है और जन्म लेने के बाद ये शीघ्र नष्ट होते…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वर्द्धमान महावीर – Varddhmaana Mahaveera.: Name of 24th tirthankar (Jain-Lord). वर्तमान चौबीसीके अंतिम 24वें तीर्थंकर “कुण्डलपुर के राजा सिद्धार्थ एवं महारानी त्रिशला के पुत्र “इनकी आयु 72 वर्ष थी एवं इनके 11 गणधर थे “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचज्ञान – Panchagyaana. Five kinds of knowledge (sensory, scriptural, clairvoyanc, telepathic & omniscience). मति, श्रुत, अवधि, मनःपर्यय एवं केवलज्ञान यही पंचज्ञान प्रणाम कहलाते है “
देशांश Part of any matter, Longitude. अवयव का एक अंश, भूमध्य रेखा से पूर्व या पश्चिम की दूरी। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुर्यप्रभा – Suryaprabh. Name of the parasol of Chakravarti (emperor) Bharatesh. सूर्य की 4 अग्रदेवियों (पट्ट देवियों) में चैथी देवी, तीर्थकर पुष्पदंतनाथ की दीक्षा षिविका, इसी में बैठकर ये दीक्षा लेने पुष्पक वन गये थे।