अवर्णवाद!
अवर्णवाद- झूठी निंदा करना अवर्णवाद कहलाता है “
मिथ्यादृष्टि- जिनेन्द्र भगवान के वचनों पर श्रद्धान नहीं करने वाला मिथ्यादृष्टि कहलाता है “
ग्रहणकाल The time-period of solar or lunar eclipse. सूर्यग्रहण या चंद्रग्रहण का काल ।
अहमिन्द्र Deities declaring ‘I am Indra’. मैं इन्द्र हूँ’ इस प्रकार अपने को इन्द्र उद्घोषित करने वाला कल्पातीत देव ।
अयोध्या उत्तर प्रदेश के फैजाबाद ज़िले में स्थित यह अयोध्या नगरी एक प्रसिद्ध तीर्थ के रूप में माना जाता है । मर्यादापुरुषोत्तम भगवान राम का जन्म भी अयोध्या में हुआ था । वर्तमान में अयोध्या अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त तीर्थ माना जाता है । जन्म स्थान यहाँ भगवान ऋषभदेव आदि पाँच तीर्थंकरों अजितनाथ”अजितनाथ भगवान, अभिनन्दननाथ, अभिनन्दननाथ…
अनुप्रेषित ऋषभदेव आदिनाथ The first Tirthankar (Jaina Lord), born in Ayodhya, His father was Nabhirai & mother was Marudevi. He took Jaina initiation in Prayag (Allahabad). After doing austerity for 1000 years, He got omniscience & ultimately got salvation from Kailash Parvat (a mountain). ऋषभदेव-भरतक्षेत्र में वर्तमान चैबीसी के प्रथम तीर्थंकर। चैत्र कृ.9 को इनका…
स्तुति विद्या Stuti Vidyaa. Name of a treatise written by Acharya. Samantbhadra. आचार्य समन्तभद्र द्वारा संस्कृत भक्ति विषयक ग्रन्थ, जिनशतक। समय – ई0 120. 185 ।
स्कंध देष-Skamndha pradesa. The half of the skandh Desh (see- skamndha Desa). स्कंध देष से आधे स्कंध को स्कंध प्रदेष कहते है। (देखे – स्कंध देष)।
स्तंभावष्टभ – Stambhaavastamnbha. Standing with support of something, an infraction of meditative relaxation. कायोत्सर्ग सम्बन्धी एक अतिचार । खम्बे के आश्रय से खडे़ होना ।