पापानुबंधी पुण्य!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पापानुबंधी पुण्य – Papanubamdhi Punya. Converting good results into bad by following wicked activities. पुण्य के उदय से प्राप्त बुद्धि, कौशल, निरोग शरीर आदि क्षमताओं को पापार्जन में लगा देना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पापानुबंधी पुण्य – Papanubamdhi Punya. Converting good results into bad by following wicked activities. पुण्य के उदय से प्राप्त बुद्धि, कौशल, निरोग शरीर आदि क्षमताओं को पापार्जन में लगा देना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पद्मप्रभ मलधारी देव: Disciple ofamsar and wirter of Parshvanath stotra, etc. वीरनन्दि के शिष्य (ई0 श0 1140-1185), नियमसार टीका व पाश्र्रनाथ स्तोत्र के रचयिता । उनकी नियमसार टीका का हिन्दी अनुवाद गणिनी श्री ज्ञानमती माताजी ने किया है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावागार – Bhavagara. Psychical attachment of something. चारित्र मोहनीय का उदय होने पर जो परिणाम घर से निवृत नहीं है वह भावागार कहा जाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पानभोजन- Panabhojana. To take pure meals in daylight. आहिंसाणु व्रत की एक भावना; सूर्यप्रकाश में देख शोधकर भोजन पान करना”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पद्मगंधा: Name of the chief female divinity of soudharma etc. indras सौधर्मादि इंद्रों की एक महत्तर देवी का नाम ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेदना –Vedana Experiencing pain or trouble. दुख अथवा कष्ट की अनुभूति या अनुभव का नाम वेदना है “
दासी दास Men and women servants. 10 प्रकार के ब्राह्य परिग्रह में एक-स्त्री और पुरूष नौकर ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वृत्त विष्कंभ –VrttaViskambha Diameter, width of a ring. वृत्त का व्यास “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पदगतभंग : Differentiation of different feelings on different aspects according toer knowledge. Perception etc. क्षायोपशमिक आदि 5 भावों के ही भिन्न भिन्न ज्ञान दर्शनादि भाव केा ग्रहण कर भग करना ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैस्रसिक परिणाम –Vaisrasika Parinama. Natural changes. स्वाभविक परिवर्तन, जिसमें पुरुष प्रयत्न की आवश्यकता नहीं होती “