शरीर संघात!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शरीर संघात – Shareera Sanghaata. Karmic association of body. उदय को प्राप्त जिन कर्म स्कंधों को छिद्र रहित संशलेष किया जाता है उन पुदगल स्कंधों की ‘शरीर संघात’ यह संज्ञा है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शरीर संघात – Shareera Sanghaata. Karmic association of body. उदय को प्राप्त जिन कर्म स्कंधों को छिद्र रहित संशलेष किया जाता है उन पुदगल स्कंधों की ‘शरीर संघात’ यह संज्ञा है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पानक- Panaka. Liquid edible materials. आहार का एक भेद – स्वच्छ (गर्म जल), बदल (इमली का पानी), लेवड , अलेवड, ससिक्थ, असिक्थ ये ६ पानक कहलाते हैं”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पा़त्र :Worthy donees (spiritually pure one), utensils.दान के लिए पात्र (मोक्षमार्ग के पथिक) जो उत्तम, मघ्यम, जधन्य के भेद से तीन प्रकार के होते है। बरतन।
गुरुमूढ़ता Belief in false preceptor of spiritual teachers. हिन्सादि पाप क्रियाओं में एवं आरम्भ परिग्रह में लिप्त रहने वाले साधुओं को गुरु मानकर उनकी भक्ति , वंदना , प्रशंसा आदि करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पांडुकनिधि:One of the 9 treasures of chakravrti (emperor).चक्रवर्ती की 9 निधियोे मे एक निधि, धान्य को देने वाली।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्कर्म – Satkarma. Good deeds, a composition composed by Acharya Virsen on Shatkhandagam treatise. अच्छे कर्म, आचार्य वीरसेन (ई. 770-827) द्वारा रचित प्राकृत षट्खण्डागम का अतिरिक्त अधिकार “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पादोपगमन – Padopagamana. A type of holy & voluntary death, by leaving own group of saints himself. सल्लेखना का एक प्रकार अपने पाँव के द्वारा संघ से निकलकर और योग्य प्रदेश में जाकर मरण किया जाना (अपरनाम-प्रायोपगमन).
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूद्ररूद्र – पुश्पदंत भगवान के तीर्थकाल मे हुए रूद्र का नाम। Rudrarudra-Name of a rudra in the era of lord Pushpadant
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लवणांकुष – रामचन्द्र जी के पुत्र जो पावागढ से मोक्ष गये। Lavanamkusa-The son of lord Ramchandara, who got salvation from the ‘Pavagarh’ a jaina pilgrimage
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सदर चउक – Sadara Chauka. Quartet of particular 4 types of Karmic nature (Tiryanch Gati, Tiryanchgatyanupurvi, Tiryanch Ayu, Udyot). तिर्यंचगति, तिर्यंचगत्यानुपूर्वी, तिर्यंचायु और उद्योत इन 4 कर्म प्रकृतियों को सदर चउक कहते है “