ध्यान : एक विश्लेषण!
ध्यान : एक विश्लेषण भारतवर्ष में ध्यान की एक लंबी परम्परा रही है। इसकी सहायता से व्यक्ति पूर्ण अध्यात्म को प्राप्त कर सकता है। पूर्ण अध्यात्म से तात्पर्य मोक्ष, केवल्य एवं निर्वाण माना गया है। यहाँ चार पुरुषार्थ माने गये हैं—धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष। मोक्ष सर्वोच्च पुरुषार्थ है। इसकी प्राप्ति में शेष तीन पुरूषार्थ…