धर्म की परिधि और पर्यावरण
धर्म की परिधि और पर्यावरण धर्म महज रूढ़ियों और रीति-रिवाजों का परिपालन-मात्र नहीं है। वह तो जीवन से जुड़ा एक सर्जनात्मक सर्वदेशीय तत्त्व है, जो प्राणिमात्र को वास्तविक शान्ति का संदेश देता है, मिथ्याज्ञान और अविद्या को दूरकर सत्य और न्याय को प्रगट करता है, तर्वâगत आस्था और श्रद्धा को सजीव रखता है, बौद्धिकता को…