समयसार अधिकार
मूलाचार सार समयसार अधिकार इस अधिकार में सर्व आगम का सार अथवा स्व समय और पर समय का सार है। टीकाकार कहते हैं- ‘‘समयसारं द्वादशांगचतुर्दशपूर्वाणां सारं परमतत्त्वं मूलोत्तरगुणानां च दर्शनज्ञानचारित्राणां शुद्धिविधानस्य च भिक्षाशुद्धेश्च सारभूतं स्तोकं वक्ष्ये।’’ यह समयसार द्वादशांग और चौदह पूर्वों का सार-परम तत्त्व है। मूलगुण, उत्तरगुण, दर्शन, ज्ञान, चारित्र की शुद्धि और भिक्षाशुद्धि…