तत्वार्थश्लोकवार्तिकभाष्य में द्रव्य लक्षण
तत्वार्थश्लोकवार्तिकभाष्य में द्रव्य लक्षण डॉ. नरेन्द्र कुमार जैन (से.ने.प्राचार्य) ए-७८, नेहरुनगर, गाजियाबाद (उ०प्र०) आचार्य विद्यानन्द द्वारा विरचित ‘तत्वार्थश्लोकवार्तिकालंकार’आचार्य विद्यानंद, त० श्लोक, पुस्तक ६, भाषा टीकाकार पं. माणिकचंद कोन्देय, जैन संस्कृति संरक्षक संघ, जीवाराज जैन ग्रंथमाला, सोलापुर, द्वि०सं० सन् २०११ एक महत्वपूर्ण भाष्य ग्रन्थ है। इसको ‘तत्वार्थश्लोकवार्तिकभाष्य’ ‘तत्वार्थश्लोकवार्तिकव्याख्यान’ और ‘श्लोकवार्तिकभाष्य’ नामों से भी अभिहित किया जाता…