णमोकार महामंत्र की महिमा!
णमोकार महामंत्र की महिमा प्रस्तुति-गणिनी आर्यिका श्री ज्ञानमती माताजी णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं, णमो आइरियाणं। णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्वसाहूणं।।१।। अर्थ-अर्हंतों को नमस्कार हो, सिद्धों को नमस्कार हो, आचार्यों को नमस्कार हो, उपाध्यायों को नमस्कार हो और सर्व साधुओं को नमस्कार हो। पंचपरमेष्ठी वाचक इस महामंत्र में सम्पूर्ण द्वादशांग निहित है। यथा-‘‘आचार्यों ने द्वादशांग जिनवाणी…