नियमसार : अनुपम बोधामृत
नियमसार : अनुपम बोधामृत प्रातः स्मरणीय आ० कुन्दकुन्द देव की 187 गाथाओं में रचित यह अनुपम कृति है। बारह अधिकारों में, जीव, अजीव, शुद्धभाव, व्यवहार चारित्र, परमार्थ प्रतिक्रमण, निष्चय परमावष्यक, शाद्धोपयोग आदि में अपने विशय का निरवषेश वर्णन करने वाला यह बोधामृत है। प्रस्तुत शाध प्रबन्ध की केन्द्र बिन्दु स्याद्वाद चन्द्रिका टीका में आर्यिका ज्ञानमती…