23.श्री शांतिनाथ स्तोत्र
श्री शांतिनाथ स्तोत्र ।।अट्ठारहवाँ अधिकार।। (१) जिनके सिर पर इंद्रों द्वारा त्रय छत्र सुशोभित होते हैं। त्रैलोक्यपति हैं शांतिनाथ इस बात को सूचित करते हैं।। जिनने निज केवलज्ञान की उज्जवल कांति से सूर्य प्रभा को भी। लज्जित कर दिया तथा कर्मों से रहित करे हम सबको भी।। ऐसे श्री शांतिनाथ भगवन हम सबकी…