02.32 पूजा नं.-32 पूर्वधातकीखण्डद्वीप ऐरावतक्षेत्र वर्तमानकालीन तीर्थंकर पूजा
पूजा नं.-32 पूर्वधातकीखण्डद्वीप ऐरावतक्षेत्र वर्तमानकालीन तीर्थंकर पूजा अथ स्थापना-गीता छंद वर पूर्वधातकि द्वीप में, शुभ क्षेत्र ऐरावत कहा। तीर्थेश संप्रति काल के, मैं पूजहूँ नितप्रति यहाँ।। समता रसिक योगीश गण, नित वंदना उनकी करें। आह्वानना विधि से सतत, हम अर्चना उनकी करें।।१।। ॐ ह्रीं पूर्वधातकीखंडद्वीपसंबंधिऐरावतक्षेत्रस्थवर्तमानकालीनचतुा\वशतितीर्थंकर समूह! अत्र अवतर-अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं पूर्वधातकीखंडद्वीपसंबंधिऐरावतक्षेत्रस्थवर्तमानकालीनचतुा\वशतितीर्थंकर समूह! अत्र…