10.(10.1) श्री वर्द्धमान तीर्थंकर के तीर्थ में घोर उपसर्ग सहन कर अनुत्तरों में उत्पन्न होने वाले महासाधु—
श्री वर्द्धमान तीर्थंकर के तीर्थ में घोर उपसर्ग सहन कर अनुत्तरों में उत्पन्न होने वाले महासाधु— चौबीसों तीर्थंकरों के तीर्थ में दश—दश महामुनि दारुण उपसर्गों को जीतकर पांच अनुत्तर विमानों में जन्म लेते हैं। इन साधुओं का जिसमें वर्णन हो वह अनुत्तरौपपादिक दशांग कहलाता है। विजय, वैजयंत, जयंत, अपराजित और सर्वार्थसिद्धि ये पांच अनुत्तर कहलाते…